Infertility Meaning in Hindi | बांझपन क्या है: कारण और इलाज

by | Mar 21, 2023 | Fertility

बांझपन क्या है? (Infertility Meaning in Hindi)

बांझपन या इनफर्टिलिटी/Infertility Meaning in Hindi: पुरुष का किसी महिला के एक साल असुरक्षित यौन संबंध के बाद गर्भधारण/संतानोत्पत्ति में असमर्थता की स्थायी अवस्था है।। एक मेडिकल स्थिति है जो एक जोड़े की गर्भधारण क्षमता पर असर डालती है। यह एक साल असुरक्षित यौन संबंध के बाद गर्भधारण की असमर्थता के रूप में परिभाषित किया जाता है। बांझपन कई कारकों से हो सकता है, जिसमें उम्र, जीवन शैली शामिल हैं।

बांझपन के लक्षण शामिल होते हैं महिलाओं में अनियमित मासिक धर्म, अव्यवस्थित या अधिक ब्लीडिंग, दर्द या संक्रमण योनि में, योनि से सफेद रक्त स्राव, और पुरुषों में नपुंसकता या अण्डकोषों में वृद्धि या कमी।

बांझपन के इलाज के लिए कुछ विकल्प होते हैं जैसे शरीर में तत्वों के स्तर की जांच, सेल्फ इन्जेक्शन द्वारा बीज संचय की क्षमता को बढ़ाना, सीएसएस टेस्ट या अंडा और शुक्राणु के जाँच करना, या गर्भधारण संभावनाओं को बढ़ाने के लिए विभिन्न विधियों के द्वारा गर्भवती होने के लिए मदद करन

अन्य विकल्पों में शामिल हैं जैसे शुक्राणु या अंडाशय की समस्याओं का समाधान करने के लिए सर्जरी, वीटामिन या एनटीएमटीएस और घरेलू नुस्खे जैसे योग और आहार बदलाव जैसे मांसपेशियों के उपयोग से बांझपन का इलाज किया जा सकता है।

 

बांझपन की समस्या में क्या करे? (What to do in Infertility)

यदि आप बांझपन से पीड़ित हैं, तो आप इस समस्या का सामना करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। वे आपकी तबीयत की जांच करेंगे और समस्या के कारण का पता लगाने के लिए अनुग्रहित जाँच या परीक्षण कर सकते हैं। वे आपको उपयुक्त उपचार और सलाह देंगे जो आपके लिए सबसे अच्छा होगा।

अन्ततः, यदि आप बांझपन से पीड़ित हैं, तो आपको इस समस्या का सामना करने के लिए दृढ़ता और संयम के साथ उत्तरदायी नीति बनानी चाहिए। योग, ध्यान और अन्य धैर्यवादी प्रयास बांझपन का इलाज करने में मददगार हो सकते हैं और आपको सही दिशा में आगे बढ़ने में मदद कर सकते हैं।

 

बांझपन के प्रकार (Types of Infertility in Hindi):

बांझपन या इनफर्टिलिटी कई विभिन्न प्रकार की हो सकती है। इसमें प्राथमिक बांझपन, माध्यमिक बांझपन, एक्स्प्लेंड इनफर्टिलिटी और अनएक्सप्लेंड इनफर्टिलिटी शामिल हैं।

प्राथमिक बांझपन (Primary Infertility):

प्राथमिक बांझपन का मतलब है कि कोई जोड़ा गर्भधारण नहीं कर सकता है और उन्हें कभी भी गर्भधारण की अनुमति नहीं होती है। इसमें महिलाओं में अनियमित मासिक धर्म, बांझपन और अंडाशय रूग, और पुरुषों में स्पर्म की अभावता शामिल हो सकती है।

माध्यमिक बांझपन (Secondary Infertility):

माध्यमिक बांझपन उस समय होता है जब एक जोड़ा गर्भधारण करने में सक्षम था, लेकिन अब वह गर्भधारण करने में असमर्थ हो गया है। इसका कारण विभिन्न हो सकता है, जैसे महिलाओं में अंडाशय रूग, पुरुषों में अंडकोष रूग, जीवन शैली या उम्र।

एक्स्प्लेंड इनफर्टिलिटी (Explained Infertility):

एक्स्प्लेंड इनफर्टिलिटी उन जोड़ों को संदर्भित करती है जिन्हें पहले से ही बांझपन के कारणों के बारे में जानकारी होती है। इसमें महिलाओं में अंडाशय रूग या सुधार नहीं किया गया है और पुरुषों में स्पर्म की अभावता या सुधार नहीं किया गया है।

अनएक्सप्लेंड इनफर्टिलिटी (Unexplained Infertility):

अनएक्सप्लेंड इनफर्टिलिटी एक ऐसी स्थिति है जिसमें इनफर्टिलिटी के कारणों का कोई स्पष्ट कारण नहीं होता है। जोड़े के अनुसार सभी विश्लेषणों के बावजूद, इस तरह की इनफर्टिलिटी के कारण ज्ञात नहीं होते हैं।

इन विभिन्न प्रकार के बांझपन के लिए उपचार की प्रक्रिया अलग-अलग होती है। जोड़े को अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और जांच और जांच के बाद उपचार योजना बनानी चाहिए।

 

बांझपन के लक्षण क्या है ? (Symptoms of Infertility in Hindi):

बांझपन (इनफर्टिलिटी) एक ऐसी स्थिति है जिसमें एक जोड़ा गर्भधारण करने में असमर्थ होता है। इस रोग के कारण और लक्षण जोड़े के लिंग और उम्र पर निर्भर करते हैं।

 

पुरुषों के इनफर्टिलिटी के लक्षण (Symptoms of Male Infertility in Hindi):

पुरुषों में इनफर्टिलिटी के कुछ लक्षण हैं जो निम्नलिखित हैं।

  • कम या निकृष्ट शुक्राणु उत्पादन की समस्या
  • शुक्राणु की अस्थायी अभावता
  • बहुत कम या कुछ स्पर्म उत्पादन
  • स्पर्म की गति की कमी
  • स्पर्म की अस्थायी अभावता
  • स्पर्म की अशुद्धि

पुरुषों में इन लक्षणों का अनुभव होता है, तो वह इनफर्टिलिटी का शिकार हो सकता है।

 

महिलाओं के इनफर्टिलिटी के लक्षण (Symptoms of Female Infertility in Hindi):

महिलाओं में इनफर्टिलिटी के कुछ लक्षण हैं जो निम्नलिखित हैं।

  • अनियमित मासिक धर्म या न काम करना
  • अंडाशय रूग, जैसे कि पोलिप या फिब्रॉएड
  • बढ़ती उम्र के साथ गर्भाशय की संरचना का परिवर्तन
  • जननांगों में संक्रमण की संभावना होना
  • पीड़ा या अनुभव में संकट वाली गर्भवती होना

यदि किसी महिला या पुरुष में इन लक्षणों का अनुभव होता है, तो वह इनफर्टिलिटी का शिकार हो सकता है। इसलिए, जोड़ो यदि किसी महिला या पुरुष में इन लक्षणों का अनुभव होता है, तो वह इनफर्टिलिटी का शिकार हो सकता है। इसलिए, जोड़ों को अपनी स्वास्थ्य स्थिति का नियमित ध्यान रखना चाहिए और संभवतः इनफर्टिलिटी के लक्षणों के बारे में जागरूक रहना चाहिए।

इनफर्टिलिटी एक ऐसी समस्या है जो किसी को भी हो सकती है, इसलिए यदि आप यह समस्या अनुभव कर रहे हैं तो आपको तुरंत एक विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए। उन्हें अपने स्वास्थ्य और जीवनशैली के बारे में बताना चाहिए ताकि वे आपके लिए उचित उपचार की सिफारिश कर सकें। यदि ज़रूरत हो तो वे आपको शुक्राणु जांच या अंडाशय की जांच करने की सलाह दे सकते हैं।

जोड़ों को यह भी ध्यान देना चाहिए कि इनफर्टिलिटी का सफल उपचार संभव है। उचित उपचार के साथ, आप एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकते हैं और जीवन के अनुभवों का आनंद ले सकते हैं।

 

बांझपन के कारण (Causes of Infertility in Hindi):

बांझपन (इनफर्टिलिटी) एक ऐसी समस्या है जो किसी भी युग में किसी को भी हो सकती है। यह जोड़ों को गर्भधारण करने में असमर्थ बनाती है और इसके कई कारण हो सकते हैं। इस लेख में, हम बांझपन के पुरुष और महिलाओं के कारणों को देखेंगे।

Causes of Infertility

Causes of Infertility

पुरुषों के इनफर्टिलिटी के कारण (Causes of Male Infertility in Hindi):

पुरुषों में इनफर्टिलिटी के कुछ कारण हैं जो निम्नलिखित हैं।

  • शुक्राणु की मात्रा कम होना
  • शुक्राणु की अस्थायी अभावता
  • शुक्राणु की गति की कमी
  • संज्ञायित शुक्राणु या अपूर्ण शुक्राणु की मौजूदगी
  • नियमित तरीके से सेक्स न करना
  • अशुद्ध या अनुपयुक्त जीवनशैली (जैसे धूम्रपान या शराब पीना)

 

महिलाओं के इनफर्टिलिटी के कारण (Causes of Female Infertility in Hindi):

महिलाओं में इनफर्टिलिटी के कुछ कारण हैं जो निम्नलिखित हैं।

  • अंडाशय में समस्या (जैसे कि पोलिप या फिब्रॉएड)
  • नियमित तरीक से मासिक धर्म न होना या अनियमित मासिक धर्म
  • अंडाशय के रोग (जैसे कि अंडाशय सिस्ट, अंडाशय श्वेत पदार्थ, अंडाशय अधिसंबंधी इंफेक्शन)
  • गर्भाशय रोग (जैसे कि गर्भाशय के फिब्रॉएड, गर्भाशय का कैंसर, गर्भाशय के पॉलिप्स, गर्भाशय का रक्तस्राव)
  • जननांगों में संक्रमण
  • अनियमित तरीके से सेक्स
  • अनुपयुक्त जीवनशैली (जैसे धूम्रपान या शराब पीना)

इन कारणों के अलावा, अधिक उम्र, मोटापा, शराब या धूम्रपान, स्ट्रेस, उच्च तापमान, उच्च प्रदूषण और रेडिएशन भी इनफर्टिलिटी के कारण हो सकते हैं।

अधिकतम मामलों में, यह समस्या बांझपन के किसी अन्य परिवारिक आधार पर भी हो सकती है, जैसे कि आंतरिक संगठन में असंतुलन, वंशानुगतिक समस्याएं और जन्मांग असमानताएं।

अंततः, बांझपन एक असंतुलित जीवनशैली, अनुपयुक्त आहार और तनाव की वजह से होने वाली बीमारी हो सकती है। जब भी इस समस्या का संदेह होता है, तो यह उचित चिकित्सा जांच और उपचार के लिए आवश्यक होता है।

आपके डॉक्टर आपकी व्यक्तिगत स्थिति को अच्छी तरह समझेंगे और उचित उपचार की सिफारिश करेंगे। इनफर्टिलिटी का सफल उपचार उपलब्ध है, इसलिए उचित उपचार के साथ आप एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकते हैं।

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बांझपन से बचाव ? (Prevention of Infertility in Hindi):

बांझपन एक ऐसी समस्या है जो बच्चे पैदा करने में समस्या उत्पन्न करती है। इस समस्या से बचने के लिए निम्नलिखित टिप्स फॉलो किए जा सकते हैं:

  1. नियमित सेक्स: नियमित सेक्स संभवतः बांझपन से बचने में मदद कर सकता है। इससे संभावना होती है कि अधिक से अधिक शुक्राणु आंदोलन द्वारा अंडों को जोड़ने का समय बनता है।
  2. स्वस्थ आहार: स्वस्थ आहार आपकी प्रजनन क्षमता को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। आपको अपने आहार में फल, सब्जियां, अखरोट और दूध जैसी आहार पदार्थों को शामिल करना चाहिए।
  3. जीवनशैली का संतुलित रखना: अनुचित जीवनशैली बांझपन का एक मुख्य कारण हो सकती है। आपको धूम्रपान या शराब पीने से बचना चाहिए, और अपनी जीवनशैली को संतुलित रखने के लिए व्यायाम करना चाहिए।
  4. समय पर चिकित्सा: बांझपन के लक्षण होने पर, आपको समय पर चिकित्सा की जरूर
  5. संतुलित वजन: अधिक वजन और मोटापा बांझपन के लिए एक मुख्य कारण हो सकते हैं। आपको संतुलित वजन बनाए रखने के लिए नियमित व्यायाम करना चाहिए।
  1. समय पर टेस्ट कराना: आपको नियमित अंतःसंचार डॉक्टर से मिलने और अपनी प्रजनन स्वास्थ्य से संबंधित टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है। इससे संभवतः आपको बांझपन से बचाया जा सकता है।
  2. स्ट्रेस से बचना: स्ट्रेस आपकी प्रजनन क्षमता को नुकसान पहुंचा सकता है। आपको स्ट्रेस कम करने के लिए ध्यान योग और अन्य तकनीकों का उपयोग करना चाहिए।

इन टिप्स को फॉलो करके, आप अपनी प्रजनन क्षमता को बढ़ावा दे सकते हैं और बांझपन से बच सकते हैं। यदि आपको बांझपन की समस्या है, तो उचित चिकित्सा उपचार के साथ, आप एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकते हैं।

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बांझपन का उपचार क्या है ? (Treatments for Infertility in Hindi):

बांझपन एक समस्या है जिससे लोगों को बच्चे पैदा करने में समस्या होती है। इस समस्या का उपचार निम्नलिखित हो सकता है:

पुरुषों के इनफर्टिलिटी का इलाज (Treatments for Male Infertility in Hindi):

  1. दवाओं का उपयोग: पुरुषों के इनफर्टिलिटी का इलाज दवाओं के उपयोग से किया जा सकता है। डॉक्टर आपको शुक्राणु उत्पादन को बढ़ाने वाली दवाएं प्रदान कर सकते हैं।
  2. सर्जरी: कुछ मामलों में, सर्जरी एक विकल्प हो सकता है। सर्जरी के माध्यम से नसबंदी खोली जा सकती है और इससे शुक्राणु आसानी से निकल सकते हैं।
  3. वंश प्रवाह विधि: यह एक पुरुष अनुपस्थिति के लिए एक अन्य विकल्प हो सकता है। इस प्रक्रिया में, शुक्राणु सीधे बच्चे के अंडे में डाले जाते हैं।

 

महिलाओं के इनफर्टिलिटी का इलाज (Treatments for Female Infertility in Hindi):

  1. दवाओं का उपयोग: महिलाओं के इनफर्टिलिटी के लिए भी दवाओं का उपयोग किया जा सकता है। डॉक्टर आपको ओवुलेशन बढ़ाने वाली दवाएं और अन्य दवाओं का सुझाव दे सकते हैं।
  1. गर्भाधान के लिए क्षेत्रीय उपचार: महिलाओं के इनफर्टिलिटी के लिए कुछ क्षेत्रीय उपचार भी उपलब्ध होते हैं। इसमें, गर्भाशय की स्थिति देखने के लिए सोनोग्राफी और अन्य टेस्ट किए जाते हैं। इसके अलावा, गर्भाधान करने के लिए कुछ प्रक्रियाएं भी हो सकती हैं जैसे कि इनविट्रो निषेचन (IVF) और इंजेक्शन थेरेपी।
  2. नसबंदी की स्थिति के उपचार: महिलाओं में, नसबंदी की स्थिति को उपचार किया जा सकता है। इसके लिए, शुक्राणु उत्पादन को प्राप्त करने के लिए गर्भाशय के आंतरिक भाग में एक सुई डाली जाती है।

इन उपचारों के साथ, आप बांझपन से निपट सकते हैं और अपने स्वस्थ बच्चों के साथ एक खुशहाल जीवन जी सकते हैं। आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और उनसे सलाह लेनी चाहिए कि कौन सा उपचार आपके लिए सही हो सकता है।

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प्रजनन क्षमता को कैसे बढ़ा सकते हैं (How to Increase Fertility in Hindi):

अगर आप बच्चों की इच्छुक हैं और प्रजनन क्षमता को बढ़ाने की इच्छा रखते हैं, तो निम्नलिखित कुछ टिप्स आपके लिए मददगार साबित हो सकते हैं:

  1. आराम और स्वस्थ खानपान: प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए, आपको अपने आहार में स्वस्थ खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। अपनी दैनिक डाइट में पौष्टिक फल और सब्जियों को शामिल करें। इसके अलावा, आपको अपने शरीर को पर्याप्त आराम देना चाहिए जो आपकी प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में मदद करेगा।
  2. संयुक्त योगाभ्यास: योग एक बहुत ही उपयोगी तकनीक है जो आपको शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करती है। कुछ योगासन आपकी प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में भी मदद कर सकते हैं।
  3. विषाक्त मादक पदार्थों से बचें: अल्कोहल और धूम्रपान आपकी प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में मदद नहीं करते हैं। इसलिए, इन मादक पदार्थों से दूर रहें।
  4. बार-बार अभ्यास: अभ्यास के माध्यम से स्त्री और पुरुष दोनों की प्रजनन क्षमता बढ़ सकती है। व्यायाम और योग एक बहुत ही उपयोगी तकनीक हैं जो आपकी प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकती हैं।
  1. पौष्टिक आहार: पौष्टिक आहार आपकी प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकता है। अपनी दैनिक डाइट में पौष्टिक फल और सब्जियों को शामिल करें।
  2. तंत्रिका के स्वस्थ रखना: आपकी तंत्रिका को स्वस्थ रखना भी आपकी प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकता है। ध्यान और अन्य संयुक्त अभ्यास आपकी तंत्रिका को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं।

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फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए क्या खाएं? (Diet to Increase Fertility):

आपकी डाइट भी आपकी प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकती है। कुछ आहार जो आपकी प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं वे हैं:

  1. खाद्य पदार्थों में प्राकृतिक खनिज: आपको अपने आहार में प्राकृतिक खनिज जैसे कि जिंजीविट और सेलेन
  2. विटामिन सी: विटामिन सी आपकी प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। आपको नींबू, अमरूद, कीवी आदि फलों में विटामिन सी मिलता है।
  1. पौष्टिक फल: पौष्टिक फल जैसे कि अनार, अंगूर और आम आपकी प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
  2. पौष्टिक सब्जियां: पौष्टिक सब्जियां आपकी प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकती हैं। हरी सब्जियां और गोभी जैसे फलियां और सब्जियां आपके आहार में शामिल करें।
  3. पौष्टिक खाद्य पदार्थ: अपनी दैनिक डाइट में अनाज जैसे कि धान, गेहूं और जौं को शामिल करें।
  4. उत्पादों से बचें: आपको उत्पादों जैसे कि तला हुआ और जंक फूड से दूर रहना चाहिए।

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निष्कर्ष (Conclusion):

प्रजनन क्षमता एक अहम मुद्दा है जो आज के समय में बहुत सामान्य हो गया है। यदि आपको प्रजनन क्षमता की कमी होती है, तो आपको चिकित्सा की मदद लेनी चाहिए। उपरोक्त उपाय और आहार आपकी प्रजनन क्षमता को

बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। आपको स्वस्थ रहना और सेहतमंद खाद्य पदार्थ खाना चाहिए। विशेषज्ञों से सलाह लें और अपने डॉक्टर के साथ अपने इलाज की योजना बनाएं।

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F.A.Q:

Q: इनफर्टिलिटी का मतलब क्या होता है?

A: इनफर्टिलिटी एक मेडिकल कंडीशन है जिसमें किसी व्यक्ति की प्रजनन क्षमता कम हो जाती है।

Q: बांझपन होने का क्या कारण है?

A: बांझपन होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे कि महिलाओं में अंडाशय की समस्याएं, पुरुषों में शुक्राणु की संख्या में कमी या उनकी गति कम होना।

Q: पुरुष बांझपन कैसे होता है?

A: पुरुष बांझपन के कई कारण हो सकते हैं जैसे कि शुक्राणु की संख्या में कमी, शुक्राणु की गति में कमी, नपुंसकता या अन्य मेडिकल समस्याएं।

Q: Female फर्टिलिटी क्या होता है in Hindi?

A: Female फर्टिलिटी एक महिला की प्रजनन क्षमता होती है, जिससे वह गर्भावस्था में आने के लिए सक्षम होती है।

Q: एक महिला किस उम्र में फर्टाइल होना बंद कर देती है?

A: महिलाओं की फर्टिलिटी उम्र के साथ कम होती है। सामान्य रूप से, 35 साल की उम्र के बाद महिलाओं की फर्टिलिटी में कमी होने लगती है।

Q: क्या कोई औरत बांझ पैदा हो सकती है?

A: नहीं, कोई भी महिला बांझ पैदा नहीं होती है। हालांकि, वह गर्भधारण के लिए प्रयास करते समय कई समस्याओं का सामना कर सकती है।

Q: क्या महिला बांझपन को ठीक किया जा सकता है?

A: हां, बांझपन को ठीक किया जा सकता है। इसके लिए विभिन्न उपचार उपलब्ध हैं जैसे कि दवाओं, सर्जरी, असिस्टेड रिप्रोडक्टिव तकनीक और प्राकृतिक उपचार जैसे कि आयुर्वेद या होम्योपैथी।

Q: बांझपन कौन सी विटामिन की कमी से होता है?

A: बांझपन के लिए कई विटामिन और मिनरल्स महत्वपूर्ण होते हैं। महिलाओं में फोलिक एसिड की कमी एक सामान्य कारण होता है। पुरुषों में विटामिन ई, सी, बी12 और फोलिक एसिड की कमी से बांझपन हो सकता है।

Q: फर्टिलिटी कैसे बढ़ाएं?

A: फर्टिलिटी को बढ़ाने के लिए आपको स्वस्थ आहार लेना चाहिए जिसमें पोषक तत्व शामिल हों, व्यायाम करना चाहिए, स्ट्रेस से दूर रहना चाहिए, नशीली चीजों से दूर रहना चाहिए, और समय-समय पर अपने डॉक्टर के साथ नियमित रूप से जाँच और संशोधन करवाना चाहिए।

Q: पुरुष कितने साल की उम्र तक बच्चा पैदा कर सकता है?

A: पुरुष अपनी उम्र के साथ-साथ बच्चा पैदा करने की क्षमता में गिरावट के साथ साथ बढ़ोतरी भी देख सकते हैं। आमतौर पर, उन्हें अपनी वांछित पूर्व निर्धारित उम्र के बाद भी बच्चा पैदा करने में सक्षम होना चाहिए।

Q: आपको कैसे पता चलेगा कि शुक्राणु आप में है?

A: शुक्राणु की उपस्थिति को जांचने के लिए आप अपने डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं और उनके द्वारा आवश्यक जाँच करानी पड़ सकती है।

Q: फर्टिलिटी के लिए क्या खाएं?

A: फर्टिलिटी को बढ़ाने के लिए स्वस्थ आहार लेना बहुत जरूरी होता है। इसमें पोषक तत्व जैसे कि प्रोटीन, विटामिन, मिनरल आदि शामिल होने चाहिए। इसके लिए आप मेंढा, दाल, मटर, अंडे, ब्रोकली, स्पिनेच, गाजर, टमाटर, अनार, लहसुन, तुलसी, सेब, नारियल आदि शामिल कर सकते हैं।

Q: फर्टिलिटी की समस्या क्या है?

A: फर्टिलिटी की समस्या वह स्थिति है जिसमें पुरुष या महिला बच्चा पैदा करने में सक्षम नहीं होते हैं। इसमें स्पर्म उत्पादन में कमी, अंडाशय की बीमारियां, गर्भाशय में कोई रोग, इंफेक्शन, शराब और धूम्रपान, बहुत अधिक स्ट्रेस आदि शामिल हो सकते हैं।

Q: पुरुष का स्पर्म कितना होना चाहिए जिससे बच्चा ठहर सकता?

A: पुरुष के शुक्राणु की संख्या बच्चा पैदा करने में एक महत्वपूर्ण अधिकार होता है। आमतौर पर, यह 20 मिलियन से अधिक होना चाहिए जिससे बच्चा ठहर सकता है।

 

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    Dr Mona Dahiya

    Dr Mona Dahiya

    IVF Specialist & Consultant

    Dr Mona Dahiya has performed over 10,000+ IVF cycles and is considered a global expert in IVF, ICSI, IUI and male fertility treatment. She is an eminent writer on Infertility Treatment and has over 100 Publications in both International and National Journals. Dr Mona Dahiya has immensely contributed to the field of infertility through her Research and articles.

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